एकता का मिशाल की चर्चा तीनों विधानसभा में गूंजा…पत्रकार एकता जिंदाबाद के नारे

राजधानी से जनता तक
बेमेतरा – सत्ता के बल पर एका अधिकार जमाने तथा निष्पक्ष पारदर्शिता के साथ में पत्रकारिता करने वाले को दबाव बनाने व राजनीतिक षड्यंत्र के बल पर झूठी प्रकरणों पर फसाने जैसे नियत रखते हुए निष्पक्ष पत्रकारिता पर दाग लगाने वाले सरपंच संघ सहित जिनके नेतृत्व में नवागढ़ सरपंच संघ ने बगैर सोचे समझे एक राजनितिक सत्ता के बल पाकर पत्रकारों के खिलाफ लिखित शिकायत देना सरपंच संघ को पड़ गया महंगा। नवागढ़ सरपंच संघ द्वारा दिए गए एक योजना बनाकर वरिष्ठ पत्रकारों की छवि खराब करने व सूचना के अधिकार के तहत पंचायतों में विकास कार्यों के लिए जारी सरकार द्वारा लाखों करोड़ों रुपए गांव की विकास के लिए पंचायत के जिम्मेदारों को दिया जाता है किंतु हकीकत ऐ है की काम काज सिर्फ दिखावे के नाम पर होता है जिनका उजागर सूचना के अधिकार के तहत जब एक जागरूक आवेदन कर पंचायत के जनसूचना अधिकारी से प्रमाणित दस्तावेज की मांग करता है । जिससे मामले में हकिकत उजागर होने के डर से आवेदकों को झुठी शिकायत में फसाने की राजनीति के दम पर सरपंचों को एक राजनितिक सत्ता का बल से बचा लेने की बात की आश्वासन में फस कर नवागढ़ सरपंच संघ अपनी पंचायत की काम काज के प्रति पत्रकारों का ध्यान आकर्षित करवा दिया नतिजन पत्रकार एक जुट होकर निर्णय लिया की नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में केंद्र तथा राज्य सरकार से प्राप्त राशि का अब पाई पाई का विकास कार्यो की समिक्षा करेंगे साथ ही सूचना के अधिकार को हथियार बनाकर पंचायत की मुलभूत समस्याओं को जनता से लेकर जिला प्रशासन सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री तक को अवगत कराने व भय भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने व सह देने वाले दोनों पर शासन प्रशासन से उचित कार्यवाही की मांग कराने हमेशा ध्यान दिलाने की बात कही ।
एकता की मिशाल बनी बेमेतरा पत्रकारों की संयुक्त संघ
बेमेतरा जिले में प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया सहित सोशल मीडिया वेब न्यूज़ व यूट्यूब चैनलों के समस्त रिपोर्टर मिलकर एक एकता का मिशाल पेश की जिनका जिता जागता उदाहरण बेमेतरा जिला मुख्यालय स्थित रेस्ट हाउस से सैकड़ों पत्रकार पैदल मार्च करते हुए सिटी कोतवाली पहुंचे और पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू को ज्ञापन सौंपाकर जो भी दोषी हो उन पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कहते हुए सरपंच संघ को खुली चेतावनी दी है की स्थानीय पत्रकारों को जानते पहचानते हुए भी छवि धुमिल करने की नियत से फर्जी कहकर सोशल मीडिया पर वायरल कर अपमानित करने व जिनका मुख्य दुखड़ा मिडिया पर सुनाया उनके खिलाफ एसपी व कलेक्टर को सौंपे सरपंच संघ के द्वारा दी गई शिकायत पर नाम का इंगित ना करना की झुठी चाल समझ में आ गया है। पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस दौरान जिले भर के पत्रकार बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सबने एक स्वर में कहा कि पत्रकारों की साख को धूमिल करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डर दो पल का होता है, वहीं निडरता जिंदगी भर रहती है साथ
बेमेतरा जिले की पत्रकार इस बात को समझ गए हैं की दर दो पल का होता है वही निर्धनता जिंदगी भर का साथ रहता है सरपंच संघ नवागढ़ द्वारा दिए गए शिकायतों से पत्रकार डरने वाला नहीं है इस बात को साबित कर दिया पत्रकारों ने बेमेतरा रेस्ट हाउस में एक मिसाल कायम की की सरपंच संघ के द्वारा कथित शिकायत के आधार पर उनका विरोध करते हुए पत्रकार एकजुट होकर शिकायतों का खुलकर विरोध करते हुए। यह कहा की डर दो पल का होता है,वहीं निडरता आपके
जिंदगी भर रहती है।
किस्मत के पन्ने वही पलटता है, जो दिन रात मेहनत करता है!
नवागढ़ सरपंच संघ एवं उनके नेतृत्व करने वाले इस बात को भूल गए की किस्मत के पन्ने वही पेलता है जो दिन-रात मेहनत करता है ठीक उसी तारीख में पर नवागढ़ क्षेत्र के वह स्थानी पत्रकारों को जानते हुए जो स्थानीय स्तर पर क्षेत्र की हर वह छोटी बड़ी खबरों को बड़ी प्रमुखता के साथ प्रकाशित करते हैं और संबंधित विभागों को अवगत कराते हैं किस तरीके से निर्माण कार्य लाखों रुपए सरकार के पानी में बाहर हैं और अपने निजी कार्यों में भी खर्च कर रहे हैं जिनके उजागर होने पर कुछ लोगों को यह बात रास नहीं आती और मजबूरन जिम्मेदार लोगों को झुठी मामले पर फसाने का काम करते हैं।
दोगले जनप्रतिनिधियों की विश्वास को पहचान कर रहे जनता
भूखे कुत्ते और दोगले इंसान पर विश्वास नहीं करना चाहिए क्योंकि ये रोटी के टुकड़े के लिए अपना मालिक तक बदल देते हैं क्षेत्र की जनता एवं उनके द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों के द्वारा जनता के विश्वास पर धोखा देना एवं विकास कार्यों के राह पर कार्य करने के बजाय अपनी जेब भरने में जिस तरीके से सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पंचायत की दशा दिशा बदलने के लिए दी गई सरकारी राशि का दुरुपयोग करते हुए अपने मां सुबह को पूरा करने में लगा देता है नतीजा गांव की तस्वीर बदलने के बजाय और बिगड़ती जाती है और जो भी जनप्रतिनिधि चुनकर के आते हैं विश्वास के साथ में कि वे गांव की विकास और जनता की भलाई बेहतर तरीके से करते हुए गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प को साकार करेंगे किंतु ऐसा करने के बजाय सिर्फ महज एक दिखाए करते हैं और उनके द्वारा की गई राशि को गवां कर देते हैं नतीजा ऐसे भ्रष्टाचारियों का जब सूचना के अधिकार के तहत उजागर करने का कोई प्रयास करता है तो उन पर झूठी प्रकरण पर झूठी शिकायतें बनाकर उनको फसाने का काम किया जाता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरीके से जिनके बदौलत में सत्ता और सम्मान प्राप्त करते हैं उन्हें पर किस तरीके से हावी होते हैं यह नजारा स्पष्ट समझ आ रहा है। और विकास के नाम पर जब सवाल पूछने पर मालिक को ही धोखा देकर काटने लगते हैं ।
झूठ बड़ा मीठा है, उसकी चाहत कम नहीं होती… सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती
यह बात उतना ही सच्चा है जितना की नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत के आने वाले सरपंचों ने जिस तरीके से स्थानीय पत्रकारों को उनकी छवि को धूमिल करने के लिए सब जानते हुए की वह पत्रकार है जिनको फर्जी शब्दों से अपमानित करने व उक्त सभी जानकारी होने के बावजूद उनका नाम सिर्फ नाम बदनाम करने के लिए लिखवा दिया गया। वहीं मिडिया के समझ सरपंच प्रतिनिधि व सरपंच संघ तथा जिनके नेतृत्व में शिकायत लेकर आए थे उक्त शिकायत पत्र पर जिक्र नहीं करना राजनितिक सत्ता का दूर प्रयोग करना है जो भविष्य में काफी नुकसान होने का बड़ा संकेत है जिस पर अंकुश लगना बेहद जरूरी है ठिक उसी तरह जिस तरह झूठ बड़ा मीठा है, उसकी चाहत कम नहीं होती… सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती.
वर्जन.
आज जिला बेमेतरा के मिडिया के साथियों ने पुलिस कंट्रोल रूम में आकर एक ज्ञापन सौंपा जिसमें नवागढ़ सरपंच संघ द्वारा स्थानीय पत्रकारों को आरोपित किया जिस बात का विरोध किया गया साथ पत्रकार संघ ने निष्पक्ष जांच कर जो भी दोषी हो उन पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है ।
रामकृष्ण साहू (पुलिस अधीक्षक बेमेतरा)
नवागढ़ सरपंच संघ के लोगों के द्वारा पत्रकारों को फर्जी कहना व क्यूं यार कोर्ड भेजकर पैसे की करने का आरोप पत्रकारों पर लगाया गया है लेकिन जिनके नाम पर क्यू यार कोड के बाद आरोप लगाना था उनका नाम नहीं दिया गया हैं । वही ऐसे लोगों का नाम दिया गया है जो सूचना का अधिकार में पंचायत में आवेदन दिया है क्या सूचना का अधिकार में किसी व्यक्ति या संस्था या पत्रकार के द्वारा आवेदन देने दिए जाने पर क्या वह फर्जी हो जाता है हम इसी बात को लेकर के एस पी साहब को ज्ञापन सौपे है और जो गलत है उनका नाम सार्वजनिक होना चाहिए । जिन्होंने शिकायत किया यदि शिकायत पर जांच उपरांत झुठी होगा तो सरपंच संघ नवागढ़ के खिलाफ झूठी शिकायत व उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर जिला से लेकर प्रदेश तक लड़ाई लड़ने की बात कही है।।
दिनेश दुबे(सिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष बेमेतरा)
नवागढ सरपंच संघ के द्वारा पत्रकारों को फर्जी कहना तथा क्यूं यार कोर्ड देकर पैसे लेने का आरोप लगाया था जो फर्जी शिकायत है जो निराधार है सब ने इस तरह गलत जानकारी दी है फर्जी पंचायत सरपंच नहीं कह सकते हैं पत्रकार गलत होता है तो पत्रकारों पर भी कार्यवाही हो और शिकायत गलत पाया जाता है तो उन पर भी कड़ी कार्यवाही होना चाहिए। जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक लड़ाई करेंगे कहा।
जितेंद्र शुक्ला
*(श्रमजीवी पत्रकार संघ अध्यक्ष बेमेतरा)*
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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