बिलासपुर ।ज़िला कांग्रेस कमेटी ने अम्बेडकर चौक में संविधान निर्माता ,भारतरत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि मनाई। और उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई ।
इस अवसर पर ने शहर अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने कहा कि
डॉ आंबेडकर तत्कालीन सामाजिक भेदभाव को मिटाने और जाति की ऊंचनीच को दूर कर समानता के लिए कार्य किये ,उन्होंने जीवन भर शोषित ,उपेक्षित समाज को मुख्य धारा में जोड़ने ,उन्हें उनका अधिकार दिलाने के लिए लड़ते रहे , विधि, राजनीति ,अर्थशास्त्र जैसे विषयो पर उच्च शिक्षा प्राप्त की डबल पीएचडी थे। पढ़ाई के बाद कालेज में प्रोफेसर बन गए ,फिर वकालत करने लगे।ग्रामीण अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई को सर्वहारा समाज के लिए लड़े और उन्हें सफलता भी मिली ।


उन्होंने तीनो गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया और दलित समाज के लिए आरक्षण का प्रावधान लागू कराए, जबकि गांधी जी का कहना था ये आरक्षण पर्याप्त नही है उसे और बढ़ाया जाए । आज़ादी के बाद नेहरू की मंत्रिमंडल में प्रथम विधि मंत्री बने , नेहरू जी उनकी योग्यता और विद्वता को देखते हुए संविधान सभा मे प्रारूप कमेटी के अध्यक्ष बनाये गए ,और अम्बेडकर जी ने बड़ी मेहनत से संविधान को बनाया ,उसी संविधान के कारण आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है ,जबकि आज कई देशो में लोकतंत्र खत्म हो गया या देशों का विभाजन हो गया । आज भारत मे भी कुछ ऐसी शक्तियां बलवती हो रही है कि पूरी सत्ता उनके हाथ मे हो और देश को निजी लाभ के लिए चलाए पर उनके ये सोच को रोकने के लिए सबसे बड़ा रोड़ा हमारा संविधान है और भारत मे लोकतंत्र अक्षुण है और रहेगा।

संयोजक ज़फ़र अली,हरीश तिवारी ने कहा कि अम्बेडकर का जन्म 1891 में 14 अप्रैल को महू मध्यप्रदेश में हुआ था ,पिता अंग्रेजी सेना में हवलदार थे, उनका प्रारम्भिक जीवन अभाव और ऊंचनीच के भेदभाव के बीच गुजरा, वे कुशाग्र बुद्धि के विलक्षण प्रतिभावान छात्र थे, उन्हें उच्च शिक्षा के लिये बड़ौदा महाराजा ने उन्हें मदद की ,
उन्होंने कई पुस्तकें लिखी, अंतिम दिनों में उन्होंने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिए थे, 6 दिसम्बर 1956 को महानिर्वाण को प्राप्त हुआ ,इस तरह एक महामानव युग का अंत हुआ ।कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा,ग्रामीण अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री, संयोजक ज़फ़र अली,हरीश तिवारी, माधव ओत्तालवार,त्रिभुवन कश्यप,शिवा मिश्रा,राकेश शर्मा,विनोद साहू,सीमा घृतेश,राजेश शर्मा,वीरेंद्र सारथी,कमलेश लवहतरे,कौशिक धर,उमेश वर्मा,मनीष केडिया, सुनील पांण्डेय,दीपक रायचेलवार,राजू साहू, भजन सिंह गांधी,शुभलक्ष्मी सिंह, राजेश केसरी,संतोष अग्रवाल,राजेन्द्र राव,मनोज शर्मा,गौरव एरी,सैय्यद इमरान अली ,सोहराब खान,लखन नागदेव, लोकेश नायक,सुबोध नायक,उमेश पटेल,आवेश उल्ला,पुष्कर पाल,जसवंत वर्मा,चन्द्र प्रकाश साहू,जितेंद साहू,उमेश चन्द्रवँशी,प्रवीण साहू,हितेश यादव आदि उपस्थित थे।




