जिला प्रमुख नवीन दांदडें

सुकमा। सुकमा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हाल ही में आए बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायत कूकानार सहित आसपास के गांवों में उपभोक्ताओं ने सामान्य घरेलू उपयोग के बावजूद 4 से 5 गुना तक अधिक बिजली बिल आने का आरोप लगाया है।
बस्तर जिला कांग्रेस ग्रामीण महामंत्री श्री जितेंद्र चौहान ने राज्य शासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बढ़े हुए बिजली बिलों ने आम ग्रामीण परिवारों की कमर तोड़कर रख दी है। उन्होंने बताया कि 200 यूनिट से अधिक खपत पर लागू की गई हाफ बिजली बिल व्यवस्था के कारण ग्रामीण उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा है, जिसका सीधा असर किसानों, मजदूरों और मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है।
श्री चौहान के अनुसार ग्राम पंचायत कूकानार में लगभग सभी उपभोक्ताओं के घरों में असामान्य रूप से अधिक बिजली बिल आए हैं। सीमित आय वाले परिवारों के लिए इतना अधिक भुगतान करना संभव नहीं है, जिससे ग्रामीणों में असंतोष और नाराजगी व्याप्त है।
ग्रामीणों का कहना है कि सामान्य घरेलू उपयोग के बावजूद अचानक बिलों में हुई अत्यधिक वृद्धि समझ से परे है। कई उपभोक्ताओं ने मीटर रीडिंग में गड़बड़ी और बिल निर्धारण प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना पूर्व सूचना और स्पष्ट जानकारी के बिजली दरों में वृद्धि की गई, जिससे वे मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं।
बस्तर जिला कांग्रेस ग्रामीण महामंत्री श्री जितेंद्र चौहान ने राज्य शासन से मांग की है कि बढ़े हुए बिजली बिलों की तत्काल समीक्षा की जाए और ग्रामीण क्षेत्रों को राहत दी जाए। साथ ही ग्राम पंचायत कूकानार सहित पूरे सुकमा जिले में बिजली बिलों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
इधर, ग्रामीणों ने प्रशासन से भी हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए, ताकि उन्हें अनावश्यक आर्थिक संकट से राहत मिल सके।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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