बस्तर में सभी वर्गों का सम्मान होता है, भेदभावपूर्ण व दुर्भावनापूर्ण बयानों से बचें जनप्रतिनिधि – संजय सोड़ी

बस्तर में जागरूकता की आवश्यकता है, दुर्भावना की नहीं : संजय सोड़ी

जिला प्रमुख नवीन दांदडें

सुकमा – बस्तर अंचल की सामाजिक संरचना आपसी सम्मान, भाईचारे और समरसता पर आधारित रही है। यहाँ सभी वर्गों, समुदायों और समाजों का सम्मान किया जाता है। ऐसे में किसी भी प्रकार के सामाजिक भेदभाव या दुर्भावना फैलाने वाले बयानों से स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बचना चाहिए। उक्त बातें संजय सोड़ी ने कही।
उन्होंने कहा कि बस्तर में चर्चा भेदभाव पर नहीं, बल्कि जागरूकता पर होनी चाहिए। समाज को तोड़ने वाले विषयों की बजाय समाज को जोड़ने वाले मुद्दों पर संवाद आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बस्तर को दुर्भावनापूर्ण बयानों की नहीं, बल्कि सकारात्मक सोच और ठोस कार्यों की जरूरत है।
संजय सोड़ी ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि ज़मीन दलाली पर रोक, धर्मांतरण पर प्रभावी विराम, और युवाओं को व्यापार एवं स्वरोज़गार की दिशा में प्रेरित करने जैसे गंभीर विषयों पर चर्चा की जाए।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि समाज के युवाओं के हाथ में कौशल होना चाहिए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और क्षेत्र के विकास में सहभागी बनें।
उन्होंने कहा कि यदि बस्तर के युवाओं को सही मार्गदर्शन, कौशल प्रशिक्षण और व्यापारिक अवसर मिलें, तो यह क्षेत्र विकास की नई दिशा में आगे बढ़ सकता है। समाज को बांटने वाले विमर्श से हटकर विकास, रोज़गार और सामाजिक सद्भाव पर केंद्रित चर्चा ही बस्तर के भविष्य के लिए हितकारी है।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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