राजधानी से जनता तक कोरबा
अहलूवालिया कंपनी द्वारा बालको में प्रस्तावित G–9 बिल्डिंग के निर्माण को लेकर एक बार फिर विवाद गहराया है। लंबे समय से विवादों में घिरे इस प्रोजेक्ट पर बुधवार को वन विभाग की टीम अचानक साइट पर पहुँची और निर्माण कंपनी को पेड़ों की नंबरिंग हटाने को लेकर फटकार लगाई। विभाग ने मौके पर दोबारा से पेड़ों की नंबरिंग का काम कराया।
पहले प्रशासन ने रोका था निर्माण

कुछ समय पहले प्रोजेक्ट पर प्रशासन ने रोक लगाई थी। इसके बावजूद हाल ही में भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेश के मंत्री लखनलाल देवांगन और महापौर अतिथि के रूप में शामिल हुए। भूमिपूजन से एक दिन पहले ही स्थानीय भाजपा पार्षदों ने कार्यक्रम का विरोध किया था। ऐसे में लोगों के मन में भी यह सवाल था कि कुछ घंटों में विरोध के मैसेज फॉरवर्ड करने वाले कथित भाजपा के लोग राजी कैसे हो गए.?
170 से अधिक पेड़ों के अस्तित्व को बचाने को लेकर विरोध
क्षेत्र में निर्माण के लिए 170 से अधिक पेड़ों की नंबरिंग की गई थी, जिससे यह आशंका बनी कि बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा सकते हैं। इसी मुद्दे पर स्थानीय लोगों ने विरोध जताया था और पर्यावरणीय नुकसान की चिंता उठाई थी।
तेज़ गति से शुरू हुआ निर्माण
भूमिपूजन के बाद निर्माण कार्य तेज़ी से शुरू हो गया था। लेकिन बुधवार को वन विभाग ने मौके पर पहुँचकर यह स्पष्ट कर दिया कि बिना अनुमति पेड़ों की कटाई या नंबरिंग हटाना नियमों के खिलाफ है। विभाग ने कंपनी को तय प्रक्रियाओं का पालन करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय लोगों ने आहलुवालिया कंपनी पर निर्माण कार्य के दौरान पेड़ो को नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए है।
डीएफओ ने निर्माण कार्य पर लगाया रोक
कोरबा वनमण्डल अधिकारी ने पत्र जारी करते हुए कहा कि G9 निर्माण कार्य बंद किया जाएं, पत्र में पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के शिकायत का भी उल्लेख किया गया है वहीं पूरे मामले को लेकर जांच समिति भी गठित की गई हैं।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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