जिला प्रमुख नवीन दांदडें

सुकमा – मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान को मजबूती देने और अत्यंत संवेदनशील ग्रामों में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी को प्रभावी बनाने के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र मनकापाल में मितानिनों की संकुल बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया और मितानिनों को मलेरिया उन्मूलन से जुड़े महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
संवेदनशील ग्रामों की मितानिनों ने लिया हिस्सा
इस बैठक में मनकापाल, पोरदेम, गुफड़ी और चिरमुर जैसे अति संवेदनशील क्षेत्रों की मितानिनों ने सहभागिता की।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह, जिला मलेरिया सलाहकार श्रीमती राजेश्वरी पी., आईडीएसपी के जिला डाटा प्रबंधक वेदप्रकाश साहू एवं ब्लॉक वीबीडीटीएस मालती नेताम उपस्थित रहीं।
मलेरिया उन्मूलन में मितानिनों की भूमिका पर जोर
अधिकारियों ने बताया कि मितानिनें समुदाय से सीधे जुड़ी अग्रिम योद्धा हैं, जो मलेरिया मुक्त अभियान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उन्हें निम्न कार्यों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए—
बुखार सर्वेक्षण एवं त्वरित जांच
मरीजों को समय पर दवा उपलब्ध कराना
स्वच्छता एवं मच्छर नियंत्रण के उपायों पर जनजागरूकता
गांव-गांव तक नियमित स्वास्थ्य संदेशों का प्रसार
जागरूकता अभियान के लिए ली सामूहिक प्रतिज्ञा
सभी मितानिनों ने मलेरिया समाप्त करने और प्रत्येक घर तक जागरूकता पहुंचाने की सामूहिक प्रतिज्ञा ली।
विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की दी गई विस्तृत जानकारी
बैठक में मलेरिया के साथ-साथ—
उल्टी-दस्त,
संस्थागत प्रसव,
टीबी,
कुष्ठ,
मोतियाबिंद
तथा अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
प्रशिक्षण: दवा पेटी, स्लाइड निर्माण और सैंपल संग्रह
मितानिनों को दवा पेटी में उपलब्ध दवाइयों के सही उपयोग,
मलेरिया स्लाइड निर्माण,
सैंपल संग्रह,
और सुरक्षित परिवहन की प्रक्रिया की जानकारी देकर प्रशिक्षित किया गया।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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