राजधानी से जनता तक/ चरण सिंह क्षेत्रपाल

गरियाबंद (देवभोग) – जिस सड़क के बनने का इंतजार क्षेत्र के लोग तीन दशक से कर रहे है, वह सड़क बन भी रही है तो भ्रष्टाचार की बुनियाद पर। अर्थात कार्यदाई संस्था ने सड़क की बुनियाद से ही खेल शुरू कर दिया है। मानकों का उल्लघंन सड़क को तैयार करने में ही नजर आने लगा है, इस जानकारी के मुताबिक देवभोग क्षेत्र के झाखरपारा, दिवान मुड़ा, सरगीबहली , उसरी पानी लगभग 20 किलोमीटर दूरी तक डामरीकरण सड़क मार्ग को मरम्मत एक बार नहीं बल्कि दो- दो बार हों चुका है , सड़क निर्माण कार्य में पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही और गुणवत्ता में खामियां उजागर हो रही है । यह कार्य ग्रामीणों को बेहतर सड़क सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, लेकिन निर्माण में हो रही गड़बड़ियों ने सवाल खड़े कर दिए हैं । जल्दबाजी किया जा रहा सड़क निर्माण स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क का निर्माण जल्दबाजी में किसी जा रहा है, जिसके कारण इसे सही तरीके से पक्का नहीं किया जा रहा है। जहां मानक के अनुसार सड़क कि मोटाई में कम कर दिया गया है। हल्का फुल्का, गुणवत्ताहीन मटेरियल डालें जाने की वजह से जल्द मरम्मत कराई गई है सड़क उखड़ने लगती है। साफ करने के बाद सड़क पर मिट्टी चिपकने के लिए तारकोल गिराया जाता है। इसके बाद गर्म तारकोल में तय टेंपरेचर पर गिट्टी को पूरी तरह भूना जाता है, गिट्टी भूनने के बाद गरम तारकोल मिलाकर सड़क पर बिछाया जाता है। जिससे गिट्टी सड़क पर पूरी तरह चिपक जाती है। और सड़क मजबूत रहती है । यही नहीं नियमानुसार संबंधित इंजीनियर को साइट पर रहकर काम कराना होता है,मगर यहां इंजीनियर के साइट पर न रहने के चलते ठेकेदार मनमानी तरीके से अपना फायदा देखने काम कर रहे हैं। निर्माण कार्य में धांधली से नाराज़ ग्रामीण ने इसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में करने की तैयारियां कर ली गई है।
ग्रामीणों का आक्रोश और जांच की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा डामरीकरण सड़क पर मरम्मत कार्य करवाया जा रहा है तो, कुछ दिन नहीं हुई है और झाखरपारा बस यात्री प्रतीक्षालय तीन चौक के पास डामरी मरम्मत कराई गई है तो उखड़ रही है, तथा बरही और दिवान मुड़ा जाने का मुख्य सड़क बीच में सिर्फ गिट्टी डालकर तारकोल डालकर छोड़ दिया गया है, विभाग के कर्मचारी को फोन के माध्यम से जानकारी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आगे तरह से सूचना मिली है कि बीच-बीच में छोड़ देने क्यों कि उस जगह पर सीसी सड़क निर्माण कराई जाएगी इस तरह जबाव बताई गई। जबकि सरकार द्वारा लाखों करोड़ों रुपए स्वीकृत दी गई है।कि ग्रामीण क्षेत्रों में उबड़-खाबड़ सड़कें में चीप डालकर आवागमन मार्ग को सुधार करने के लिए। लेकिन इधर संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बड़ी चालाकी से काम को पूरा कर बचत राशि को हड़पने की पूरी कहानी बनाई जा रही है। और उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी पैसे का गला घोंटने वाला भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने ग्रामीणों ने शासन -प्रशासन को ध्यानाकर्षित करते हुए कहा कि सरकारी पैसे का दुरूपयोग और निर्माण कार्यों में लापरवाही से इंसान की जान खतरें में पड़ सकता है, करोड़ों रुपए की बजट से सड़क निर्माण कार्य में मानक से काम नहीं होने पर सवाल खड़ा हो रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि क्या वास्तव में कार्य कि होगी जांच
अब देखना यह है कि पीडब्ल्यूडी विभाग इस निर्माण कार्य में सुधार करेगा या सड़क भी अन्य सरकारी योजनाओं की तरह विफलता का शिकार हो जाएगी। इस मुद्दे पर विभाग से कोई प्रतिक्रिया उभर कर सामने आएगी।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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