देशभर में फैले अंतर्राज्यीय गिरोह के 8 सदस्य गिरफ्तार, 50 करोड़ से अधिक का लेन-देन उजागर

🖊️ दीनदयाल यदु/जिला ब्यूरो चीफ
खैरागढ़ । खैरागढ़ पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मुंबई डोम्बिविल्ली में संचालित बड़े नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है। यह गैंग सोशल मीडिया के जरिए देशभर में ऑनलाइन ठगी और “100 Book” नामक ऑनलाइन बेटिंग एप के माध्यम से करोड़ों की अवैध कमाई कर रहा था।
पुलिस ने मौके से 5 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, 51 बैंक पासबुक, 51 एटीएम कार्ड, 15 चेकबुक और 25 सिम कार्ड जब्त किए हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि गिरोह के 100 से अधिक फर्जी बैंक खातों से ₹50 करोड़ से अधिक का लेन-देन किया गया था।
खैरागढ़ की छात्रा से शुरू हुई जांच
खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय की छात्रा वसुधा सिन्हा ने थाना खैरागढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि इंस्टाग्राम पर चिकनकारी साड़ी की एक ऑनलाइन शॉपिंग साइट से ऑर्डर देने के बाद उनसे ₹64,100 की ठगी की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक खैरागढ़ के निर्देशन में साइबर सेल और थाना खैरागढ़ की संयुक्त टीम गठित की गई ।
सोशल मीडिया पर चलाते थे फर्जी साइट
आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी “चिकनकारी साड़ी शॉपिंग साइट” बनाकर सस्ती साड़ियों का लालच देते थे। ग्राहक के ऑर्डर करने के बाद “प्रोसेसिंग फीस” और “ऑर्डर कन्फर्मेशन” के नाम पर बार-बार रुपये ट्रांसफर करवाकर ठगी की जाती थी।
मुंबई में चला सात दिन का ऑपरेशन
पुलिस टीम ने साइबर फ्रॉड में प्रयुक्त यूपीआई आईडी, बैंक खाते और मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण किया। सभी लोकेशन मुंबई डोम्बिविल्ली क्षेत्र में पाए गए।
टीम ने दीपावली के दौरान सात दिन तक लगातार रैकी कर डिलीवरी बॉय बनकर आरोपियों तक पहुंच बनाई। अंततः Z-Wing (16वीं मंजिल) और Premiya (7वीं मंजिल) स्थित दो फ्लैटों पर छापा मारकर आठों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
1️⃣ गौतम परमानंद पंजाबी (23 वर्ष) निवासी जलगांव, महाराष्ट्र
2️⃣ पवन बबन सुरूसे (25 वर्ष) निवासी अकोला, महाराष्ट्र
3️⃣ विनायक रामेश्वर मोरे (24 वर्ष) निवासी अकोला
4️⃣ अमित रामेश्वर मोरे (25 वर्ष) निवासी अकोला
5️⃣ रामचंद्र जनार्दन चौके (21 वर्ष) निवासी अकोला
6️⃣ अमोल संतोष दिवनाने (24 वर्ष) निवासी अकोला
7️⃣ अभिषेक संतोष डंबडे (24 वर्ष) निवासी अकोला
8️⃣ मनोज नंदू मुखिया (29 वर्ष) निवासी मधुबनी, बिहार
बेटिंग एप का संचालन भी करते थे
जप्त मोबाइल और लैपटॉप की जांच में पाया गया कि आरोपी “100 Book” नामक ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग एप के माध्यम से देशभर में सट्टेबाजी का नेटवर्क चला रहे थे। पुलिस के अनुसार, इस एप के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन विभिन्न बैंक खातों में किया गया।
जप्त सामग्री
💻 05 लैपटॉप
📱 14 एंड्रॉयड मोबाइल
🏦 51 बैंक पासबुक
💳 51 एटीएम कार्ड
📘 15 चेकबुक
📶 25 सिम कार्ड
पुलिस की अपील
पुलिस अधीक्षक खैरागढ़ ने बताया कि यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन लिंक, क्यूआर कोड या संदिग्ध वेबसाइट के माध्यम से भुगतान करने से पहले उसकी सत्यता की जांच अवश्य करे ।





