रिगनी / खरौद प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय खरौद सेवाकेंद्र पर दीपावली , भाई दूज पर्व व संस्था का स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मंजू दीदी ने दीपावली का अध्यात्मिक अर्थ बताते हुए कहा कि दीपावली दीपों का उत्सव है, दिवाली में हम अपने घरों की साफ_ सफाई करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, श्री लक्ष्मी जी का आह्वान करते हैं परन्तु उससे पहले हमें अपने मन की सफाई करना बहुत आवश्यक है। अब समय है जबकि परमपिता परमात्मा स्वयं ज्ञानघृत द्वारा मनुष्यात्माओं की आत्मज्योति जगा रहे हैं। तो हम सभी मनुष्य, सत्य परमात्मा से सत्यज्ञान लेकर अपने जीवन को पावन बनाए और ईश्वरीय मिलन का वास्तविक सुख प्राप्त करें, तब ही यहां पृथ्वी पर स्वर्ग आएगा, जहां श्री लक्ष्मी व श्री नारायण का राज्य होगा। उन्होंने आगे बताया कि भाई_ दूज हमें याद दिलाता है कि बहन अपने भाई के माथे पर प्यार से तिलक लगाती हैं, यह हमें याद दिलाता हैं कि हम भी एक आत्मा हैं। माथे के जिस स्थान पर तिलक लगाया जाता हैं वह आत्मा का स्थान माना जाता हैं और एक पिता की संतान आत्मा रूप में हम सब भाई _भाई हैं। आगे उन्होंने कहा कि सन् 1936 में परमपिता परमात्मा शिव ने प्रजापिता ब्रह्मा द्वारा संस्था की स्थापना की और सही मायने में सन् 1937में दीपावली के दिन ही संस्था के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने अपनी पूरी चल _अचल संपत्ति 5 बहनों की कमेटी बनाकर विल कर दी थी और तभी से छोटी _छोटी कुमारियों ने अपना सम्पूर्ण जीवन परमात्म कार्य में समर्पित कर दिया, जो आज संस्था की वरिष्ठ दादिया हैं। तभी से दीपावली के दिन को यज्ञ स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। सेवाकेंद्र में श्री लक्ष्मी, श्री नारायण की जीवंत झांकी सजाई गई थी, सभी भाई _बहनों ने मिलकर दीप प्रज्वलन किया और केक कटिंग किया गया। अंत में सभी को प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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