महिला ने खुद मुसीबत को न्योता दियाÓ, रेप पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी पर गुस्से में सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट को दुष्कर्म पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर फटकार लगाई है। बलात्कार के मामले में सुनावई के दौरान इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा था कि महिला ने खुद परेशानी को बुलावा दिया और उसके खिलाफ होने वाले अपराध के लिए वो खुद जिम्मेदार है। कोर्ट की ये टिप्पणी आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एतराज जाहिर किया है। सुप्रीम कोर्ट में दो जजों की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस टिप्पणी को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट से सवाल पूछा है। जस्टिस बी.आर.गवई और एजी मसीह की पीठ ने इस बयान पर सवाल खड़े किए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस बयान पर स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले पर सुनवाई की है। इस दौरान दोनों जजों की पीठ ने कहा कि यह कैसी बात है कि महिला ने खुद ही मुसीबत को निमंत्रण दिया है? आप यह कैसे कह सकते हैं? इस तरह का बयान देना उचित नहीं है। खासकर न्यायाधीशों को ऐसी बातें कहते समय सावधानी बरतनी चाहिए। बता दें कि ये मामला यूपी के कासगंज जिले का है, जहां एक महिला ने 12 जनवरी 2022 को शिकायत दर्ज करवाई थी। महिला का आरोप था कि 14 साल की बेटी के साथ शाम को घर लौटते समय गांव के तीन युवक पवन, आकाश और अशोक रास्ते में मिल गए। उन्होंने अपनी बाइक पर बिठाकर घर तक ले जाने की बात कही। महिला ने बेटी को बाइक पर बिठा दिया। ऐसे में तीनों युवकों ने रास्ते में बेटी के कपड़े उतारने और जबरन दुष्कर्म की कोशिश की। बेटी की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तीनों आरोपी तमंचा दिखाते हुए मौके से फरार हो गए। इस मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कहा था कि महिला ने खुद ही मुसीबत को न्यौता दिया था।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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