ग्रामीणों के विरोधी स्वर से तिलमिलाये उद्योग ने पत्रकारों से किया बदसलूकी।

सौरभ यादव/ राजधानी से जनता तक
तिल्दा-नेवरा। संयंत्र स्थापना के लिए आयोजित जनसुनवाई में ग्रामीणों में भारी उबाल देखा गया , उन्होंने जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी किया ,वहीं उन्होंने पर्यावरण विभाग पर उंगलियां उठाते हुए कहा कि पर्यावरण विभाग व उद्योग प्रबंधन के सांठगांठ से अब नया पैंतरा अपनाया जा रहा है ,जिसकी चर्चा क्षेत्र में सुर्ख़ियो में है । रायपुर जिला तिल्दा जनपद क्षेत्र के ग्राम सांकरा में प्रस्तावित मेसर्स नाकोडा इस्पात एंड पांवर लिमिटेड की संचालन को लेकर पर्यावरण जनसुनवाई आयोजित किया गया जा ,जिसका क्षेत्र के लोगों ने जमकर विरोध किया है,ऐसा कोई भी नागरिक नहीं रहा जो उद्योग लगाने का समर्थन किया हो । जनप्रतिनिधि से ग्रामीण जनो के जेहन में उद्योग के खिलाफ उबाल देखी गई । सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीणों ने हाथ में उद्योग के खिलाफ में तख्ती लिये नारेबाजी करते हुए जनसुनवाई निरस्त करने की मांग कर रहे हैं ,जिसके चलते उद्योग प्रबंधन में तिलमिलाहट देखी गई ।, ग्रामीणों के विरोधी तेवर के चलते उद्योग प्रबंधन ने अपना आपा खो दिया ,उन्होंने ग्रामीणों को भारी सुरक्षा कर्मियों के सहारे घेरे में ले लिया ,ताकि वह अधिकारियों से अपनी अधिकार ना जता सके ,वहीं पत्रकारों के साथ भी बदसलुकी भी की गई । पत्रकारों को रिपोर्टिंग करने से रोका गया । उनके अधिकारों का हनन किया गया । ग्रामीणों का विरोधी तेवर में इतना उबाल था जिसके चलते उद्योग प्रबंधन अपनी असली चेहरा को उजागर कर दिया ,वह गुंडागर्दी में उतर आये , ग्रामीणों ने सवाल किया कि है जो उद्योग अभी से गुंडागर्दी में उतर आये है, कंपनी खुलने के पश्चात उनका रंग कैसा होगा ? यह पर बता देवे कि जानकारी के अनुसार उद्योग प्रबंधन द्वारा पर्यावरण जनसुनवाई के पुर्व दिवस से क्षेत्र के अनेक गांवों में घुमघुकर अनाधिकृत रूप से सहमति पत्र लिया गया है ,इस प्रकार का धांधली कर उद्योग के द्वारा जहां शासन प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है ,वहीं क्षेत्र की जनभावनाओं के साथ खेल खेला जा रहा है । जनसुनवाई के पूर्व दिवस से उद्योग के दलालो के द्वारा प्रभावित ग्राम के समीप के गांवों में रूपये पैसे का प्रलोभन देकर सहमति पत्र में हस्ताक्षर कराया गया है ,जिसका प्रमाण मिडिया हाऊस में सुरक्षित है । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों के भावनाओं के साथ कैसा खेल खेला जा रहा है ।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
राजधानी से जनता तक न्यूज वेबसाइट के आलावा दैनिक अखबार, यूटयूब चैनल के माध्यम से भी लोगो तक तमाम छोटी बड़ी खबरो निष्पक्ष रूप से सेवा पहुंचाती है