वाशिंगटन । अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को सीरिया में सैन्य कार्रवाई से बचना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, यह हमारी लड़ाई नहीं है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब विद्रोही राजधानी दमिश्क के उपनगरों तक पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद सत्ता में बने रहने के लिए अमेरिकी समर्थन के लायक नहीं हैं। ट्रंप ने कहा कि चूंकि रूस असद का सहयोगी है, यूक्रेन के साथ युद्ध में उलझा हुआ है, इसलिए ऐसा लगता है कि वह सीरिया में जो हो रहा है उसे रोकने में असमर्थ है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने सीरिया में 13 वर्षों से चल रहे युद्ध से निपटने में अमेरिका के समग्र रवैये की भी निंदा की। उन्होंने शनिवार को पोस्ट में लिखा, सीरिया में अव्यवस्था का माहौल है, लेकिन वह हमारा मित्र नहीं है और अमेरिका का इससे कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए। यह हमारी लड़ाई नहीं है। इसमें शामिल ना हों। इस बीच यहां यह भी बता दें कि, विद्रोहियों ने सीरिया के तीन बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है, इनमें अलेप्पो, होम्स और दारा शहर शामिल हैं। विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क को घेर लिया है। सीरिया के विद्रोही गुट ‘जिहादी हयात तहरीर अल-शामÓ समूह (एचटीएस) प्रमुख अबु मोहम्मद अल-गोलानी ने सीरिया से कहा था कि हमले का मकसद असद की सरकार को सत्ता से बेदखल करना है। सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने एक वीडियो बयान जारी किया है। प्रधानमंत्री जलाली ने कहा है कि वह शासन की बागडोर शांतिपूर्ण तरीके से विपक्ष को सौंपने को तैयार हैं। जलाली ने कहा, ”मैं अपने आवास पर ही हूं और कहीं नहीं गया हूं और यह इसलिए क्योंकि मुझे अपने देश से प्रेम है। उन्होंने कहा कि वह काम करने के लिए अपने कार्यालय जाएंगे साथ ही उन्होंने सीरियाई नागरिकों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाने का आग्रह किया है।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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